zemez978
उपयोगिता :रक्त प्रदर ,श्वेत प्रदर, हिस्टीरिया ,लिकोरिया, से संबंधित सभी बीमारियों को दूर करता है । मासिक धर्म देर तक होना ,अनियमित होना ,ज्यादा होना ,गर्भाशय शोध ,नलों का दर्द गर्भपात होना ,पाचन क्रिया की कमी , तथा बांझपन की सबसे विश्वसनीय अति उपयोगी दवाई है।
घटक: रसोद ,शतावर, अश्वगंधा ,अजवाइन ,आंवला, अशोक छाल, पठानी लोध, विदारीकंद, रक्त चंदन, मोकस पुनर्नवा आदि
उपयोगिता: डिलीवरी के बाद मैं गर्भाशय की शुद्धि करता है। नालों की सूजन को ठीक करता है। दर्द के साथ जो महीना आता है उसको ठीक करता है रुकी हुई माहवारी को ठीक करता है। एमटीपी के बाद गर्भाशय में चिपके हुए रेशों को निकालता है।
घटक: रसोत, शतावर, अश्वगंधा, अजवाइन, आंवला ,अशोक छाल, पठानी लोध, विदारीकंद, रक्त चंदन, पुनर्नवा, सोडियम बेंजोएट शर्करा आदि।
उपयोगिता: खून की कमी, चक्कर आना, ब्लड प्रेशर कम होना, शरीर में खून का ना बनना एवं सभी प्रकार की कमजोरी को दूर करता है। इसके सेवन से हड्डियों में मजबूती आती है डिलीवरी एवं ऑपरेशन के बाद की कमजोरी को ठीक करता है।
घटक: विदारा, विदारीकंद, बहेड़ा गोखरू, सफेद मूसली, कौंच बीज, शिलाजीत, हरीतकी, आंवला, शतावर, अश्वगंधा, बीजबंद, कबाबी चीनी, काली मूसली, पीपली आदि।
उपयोग: पेट में जलन आंखों में जलन दिमाग पर गैस के चढ़ने व तेजाब बनने में लाभदायक है आंतों की कमजोरी अल्सर को दूर कर शरीर को ताकत देता है। लिवर में सूजन बदहज़मी पेट का बढ़ना गैस संबंधी बीमारी को दूर करता है|
उपयोगिता: भूख की कमी, लीवर में सूजन ,पेट का बढ़ना, कब्ज ,पीलिया ,गैस, जलन ,पेट दर्द ,बदहजमी, में लाभदायक है। इसके रोजाना इस्तेमाल से सभी तरह के लीवर में होने वाली सूजन, बच्चों में भूख ना लगना शरीर में नया खून बनाकर चुस्ती फुर्ती पैदा करता है ।
घटक: छोटी हऱ ,बहेड़ा, आंवला ,अजवाइन ,गिलोय, तेजपात, कालमेघ ,भुई आंवला, मकोय ,पुनर्नवा, सोडियम बेंजोएट ,शर्करा आदि|
उपयोगिता: करंट कैप्सूल पुरुषों के लिए एक स्वास्थवर्धक कैप्सूल है। करंट कैप्सूल सेक्स की क्षमता को बढ़ाता है। यह आयुर्वेद मैं सेक्सुअल कैप्सूल है। यह नपुंसकता को भी दूर करता है। यह शीघ्रपतन को दूर कर उत्तेजना को बढ़ाता है।
उपयोगिता है: इस तेल की मालिश से जोड़ों के दर्द कमर दर्द, गर्दन दर्द ,गठिया ,कान का दर्द, मोच ,पसली के दर्द ,जंघा व पिंडली के दर्द आदि में आराम मिलता है । एकांग व शबांग में होने वाले वात रोगों में शीघ्र व स्थाई लाभ मिलता है।
उपयोगिता है: डिलीवरी के बाद में गर्भाशय की शुद्धि करता है एवं डिलीवरी के बाद के बुखार को ठीक करता है बच्चों को स्तनपान कराने के लिए मां के दूध में वृद्धि करता है दर्द के साथ महीना आना एवं रुकी हुई माहवारी को ठीक करता है एमटीपी के बाद गर्भाशय की कमजोरी, सफेद पानी आना, मेंसेस संबंधी सभी बीमारियों को दूर करता है ।
घटक: कपसमूल ,बथुआ बीज, पपीता बीज ,गाजर बीज, सोडियम बेंजोएट, शर्करा आदि।
उपयोगिता: डिलीवरी के बाद मे गर्भाशय की शुद्धि करता है। बच्चों को स्तनपान कराने के लिए मां के दूध में वृद्धि करता है । दर्द के साथ महीना आना एवं रुकी हुई माहवारी को ठीक करता है। एमटीपी के बाद गर्भाशय की कमजोरी, सफेद पानी आना, मेंसेस संबंधित सभी बीमारियों को दूर करता है ।
घटक: रसोत, और शतावर अश्वगंधा, अजवाइन, आंवला, अशोक छाल, पठानी लोध, विदारीकंद ,रक्तचंदन , पुनर्नवा, शॉठ, सोडियम बेंजोएट, और शर्करा
उपयोगिता: यह नपुंसकता को दूर करता है और उस शक्ति को बढ़ाता है वीर्य की कमजोरी धातु रोग, वीर्य दोष में लाभप्रद है । यह पानी जैसे पतले वीर्य को गाढ़ा करता है वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाकर काम शक्ति को बढ़ाता है ।
घटक: शतावरी, गोखरू बीज, बीजबंद ,वंशलोचन ,ब
वकावचेनी ,काक चेनी ,कौंच बीज, सफेद मूसली ,सौठ ,काली मिर्च, पीपल ,सलमान मिश्री ,गट्टा, विदारीकंद, अश्वगंधा ,व मिश्री आदि है।
उपयोगिता: शरीर में खुजली होना, एवं चेहरे पर दाग धब्बे कील मुंहासे एवं सांवलापन को दूर करके चेहरे को सुंदर बनाता है इसके सेवन से त्वचा रोग नहीं होता। दाद खाज खुजली एवं किसी भी अंग में दाने नहीं निकलने देता शरीर में पुराने दाग धब्बों को दूर करता है ।
घटक: बवूजी, इंद्रायन, सनाय, मजिस्टा, देवदार ,अमरता, बंद पतरा ,नीमतवक, चिरायता, कुटकी, हल्दी आदि|
उपयोगिता: गर्भाशय की कमजोरी को दूर करता है सिर दर्द कमर व पेरू तथा पीठ दर्द हिस्टीरिया श्वेत प्रदर रक्त प्रदर लिकोरिया से संबंधित सभी बीमारियों को दूर करता है । नलों का दर्द गर्व सराव या गर्भपात होना पाचन क्रिया की कमी बांझपन की कमी 55 की सबसे विश्वसनीय पति उपयोगी दवाई है।
घटक: शवेत चंदन ,दारूहल्दी, वंशलोचन ,शतावर, अशोका, फसरा, मुलेठी, नागकेसर, अश्वगंधा, देवदार ,कंचनार गूगल आदि|
उपयोगिता: समर्पित कैल्सी प्लस सिरप आपकी रोज की कैल्शियम की जरूरत को पूरा करने में मदद करता है । इसमें कैल्शियम और फास्फोरस के साथ मिनरल्स है जो आपकी हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और विटामिन जो कैल्शियम को शरीर में सोखने में मदद करता है ।
घटक: कैल्शियम कार्बोनेट ,जल, शहद ,सोडियम बेंजोएट ,शर्करा आदि|
उपयोगिता: खून की कमी ,चक्कर आना ,ब्लड प्रेशर कम होना ,शरीर में खून का ना बनना ,एवं सभी प्रकार की कमजोरी को दूर करता है । इसके सेवन से हड्डियों में मजबूती आती है । डिलीवरी एवं ऑपरेशन के बाद की कमजोरी को भी ठीक करता है ।
घटक: अर्जुन छाल ,छोटी हस्तीकि,अश्वगंधा, शंखपुष्पी, बहेड़ा ,शतावरी ,सफेद मूसली, अमलकी, मकोय, सोडियम बेंजोएट ,और शर्करा आदि|
उपयोगिता: सीने में जलन ,मुंह में पानी आना आरुचि ,अजीण, अतिसार ,उल्टी ,पेट में गैस, बदहजमी ,खट्टी मीठी डकार, कब आदि को दूर करता है ।यह खाने को स्वादिष्ट बनाता है उसे पचाने में मदद करता है ।
घटक: समुद्र लवण,सूर्य वल्ला लवण ,बिदार लवण , विनायक, पीपली ,पीपली मूल ,कृष्णा जीरक ,तेज पत्र ,नागकेसर ,जाति सम पत्र ,अमली बीटासब ,मारिया, स्वेताजीरक सुनठी ,दादीमा बीज ,दालचीनी इलायची आदि|
उपयोगिता: गर्भाशय की शिथिलता रक्त प्रदर श्वेत प्रदर रक्त अतिसार व प्रदर रोगों में लाभकारी है लिकोरिया के लिए अति लाभकारी है|
घटक: अशोक छाल|
उपयोगिता: पेशाब किसी भी तरह की जलन होने से यह काफी आराम देता है | मूत्र मार्ग मैं संक्रमण होने से रोकता है। गुर्दे की पथरी को धीरे धीरे कम करता है। अगर बार बार दस्त होता है तो यह उसे भी ठीक करता है। मूत्र त्यागने मैं भी आपको कोई परेशानी नहीं होती है।
उपयोगिता: पेशाब किसी भी तरह की जलन होने से यह काफी आराम देता है | मूत्र मार्ग मैं संक्रमण होने से रोकता है। गुर्दे की पथरी को धीरे धीरे कम करता है। अगर बार बार दस्त होता है तो यह उसे भी ठीक करता है। मूत्र त्यागने मैं भी आपको कोई परेशानी नहीं होती है।
उपयोगिता: गर्भाशय की शिथिलता रक्त प्रदर श्वेत प्रदर रक्त अतिसार व प्रदर रोगों में लाभकारी है लिकोरिया के लिए अति लाभकारी है|
घटक: अशोक छाल|
उपयोगिता: पेशाब किसी भी तरह की जलन होने से यह काफी आराम देता है | मूत्र मार्ग मैं संक्रमण होने से रोकता है। गुर्दे की पथरी को धीरे धीरे कम करता है। अगर बार बार दस्त होता है तो यह उसे भी ठीक करता है। मूत्र त्यागने मैं भी आपको कोई परेशानी नहीं होती है।
उपयोगिता: पेशाब किसी भी तरह की जलन होने से यह काफी आराम देता है | मूत्र मार्ग मैं संक्रमण होने से रोकता है। गुर्दे की पथरी को धीरे धीरे कम करता है। अगर बार बार दस्त होता है तो यह उसे भी ठीक करता है। मूत्र त्यागने मैं भी आपको कोई परेशानी नहीं होती है।